गुलाबबाग-दरभंगा में शॉर्टेज के चलते मखाना और तेज होगा

नई दिल्ली, 1 जून (एनएनएस) उत्पादक मंडियों में मखाना इस बार शॉर्टेज में आ चुका है, जिसके चलते 30/40 रुपए प्रति किलो की तीन दिनों में तेजी आ गई है तथा नया माल आने से पहले 40/50 रुपए प्रति किलो और बढ़ सकता है।

हम मानते हैं कि उत्तर भारत में कोविड-19 महामारी के चलते मखाने का व्यापार कम जरूर हुआ है, लेकिन उत्पादक मंडियों में मखाना शॉर्टेज में आने से वहां तीन दिनों में 30/40 रुपए प्रति किलो की तेजी आ चुकी है। नई फसल आने में अभी पूरा डेढ़-दो महीने का समय और लगेगा। उससे पहले जून का एक महीना जबरदस्त शादियों में खपत वाला है, तथा उसके बाद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की सेल निकल जाएगी, इसे देखते हुए मखाने में 50/60 रूपये प्रति किलो कम से कम और बढ़ जाने के आसार बन गए हैं। यह भी बताते चलें कि व्यापार में दो पक्ष होता है, एक मंदड़िया और एक के तेजड़िया ग्रुप, तभी व्यापार चलता है। इस समय स्थिति यह है कि लॉकडाउन के चलते अधिकतर कारोबारी उत्पादक मंडियों में भी माल पकड़ने से पीछे हट गए थे, दूसरी ओर सीजन भी देर से इस बार चला था तथा अधिकतर कारोबारी पिछले 2 वर्षों के सीजन में आई गिरावट को देखकर पहले ही माल काट चुके थे। इधर कोविड-19 का जबरदस्त भय के चलते 2 महीने से व्यापार जीरो रह गया है। यही कारण है कि दिल्ली, गाजियाबाद, जयपुर, आगरा, सहारनपुर, कानपुर आदि मंडियों में व्यापार उस हिसाब से नहीं चल रहा है, दूसरी ओर उत्पादक मंडियां गुलाब बाग, दरभंगा, काढ़ागोला, हरदा, पूर्णिया, दालखोला, उत्तर दिनाजपुर की मंडियों में शॉर्टेज के चलते वहां बाजार बढ़ता चला जा रहा है। वहां पर पैकिंग के लिए कारोबारियों को माल नहीं मिल रहा है। जिससे वहां बाजार इस समय एवरेज माल के 560 से 580 रुपए तथा बढ़िया माल 600 रुपए प्रति किलो बिक गए हैं। दिल्ली में कोविड-19 महामारी की सख्ती के चलते बाजार पिछले दिनों के बढ़े हुए भाव में ठहर गए हैं तथा कुछ व्यापारियों का मानना है कि इस बार फोड़ी जल्दी आ गए हैं, जिससे नया माल जल्दी आएगा, जबकि कुछ व्यापारी कह रहे हैं कि डेढ़-दो महीने से पहले नया मखाना किसी भी हालत में नहीं आ पाएगा अब इस ऊहापोह की स्थिति में उत्पादक मंडियों में माल नहीं होने से बाजार बढ़ता जा रहा है तथा दिल्ली सहित एनसीआर में बाजार चुप है। नए माल आने से पहले जून की शादियों को देखते हुए बाजार अभी चारों तरफ और तेज लगने लगा है।

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